Defence Sector : भारत का Defence Sector तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और इसी सेक्टर में शिपबिल्डिंग कंपनियां अब निवेशकों के लिए नए मल्टीबैगर बनने का दम रखती हैं। पिछले कुछ वर्षों में Mazagon Dock Shipbuilders ने 30 गुना से भी अधिक रिटर्न देकर निवेशकों को चौंका दिया। अब बाजार में सवाल यही है — आखिर अगला मझगांव कौन होगा? विश्लेषकों की नजर इस समय तीन कंपनियों पर है: Garden Reach Shipbuilders, Cochin Shipyard और Swan Defence। इन तीनों कंपनियों के पास बड़ी ऑर्डर बुक, बढ़ती क्षमता और सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन से मजबूत बिजनेस विजिबिलिटी मिली हुई है। इनकी ऑर्डर बुक कई वर्षों की कमाई पहले से ही सुनिश्चित कर रही है।
Garden Reach Shipbuilders
Garden Reach Shipbuilders & Engineers (GRSE) भारत की प्रमुख डिफेंस शिपबिल्डर है और छोटे वॉरशिप्स से लेकर कोस्ट गार्ड वेसल्स तक में इस कंपनी का मजबूत दबदबा है। कंपनी अब तक 111 जहाज डिलीवर कर चुकी है और फिलहाल 40 जहाज निर्माणाधीन हैं। शेयर शुक्रवार को 5.36% तेज होकर ₹1,897 पर बंद हुआ और पिछले 5 साल में 1393% रिटर्न दे चुका है।
कंपनी 2026 तक अपनी ऑर्डर बुक को ₹500 बिलियन तक पहुंचाने का अनुमान लगा रही है, जबकि अभी यह ₹202 बिलियन है। इसके पास नेक्स्ट जेनरेशन कॉर्वेट समेत कई हाई-टिकट प्रोजेक्ट हैं, और यदि P7 Bravo प्रोजेक्ट मिल जाता है तो अगले 18 महीनों में ऑर्डर बुक ₹750 बिलियन तक पहुंच सकती है।
Cochin Shipyard
Cochin Shipyard ने भारत का पहला Indigenous Aircraft Carrier बनाया, जो इसे भारतीय नेवी और वैश्विक डिफेंस सेक्टर में अलग पहचान देता है। कंपनी की नई रणनीति Cruise 2030 2.0 उसे ग्लोबल स्तर पर बड़े जहाज निर्माण में प्रतिस्पर्धी बना रही है। शेयर ₹1,725 पर ट्रेड कर रहा था और पिछले 5 सालों में 908% रिटर्न दे चुका है।
- दक्षिण कोरिया की HD KSOE के साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की पार्टनरशिप
- Kochi और Vadinar में रिपेयर क्लस्टर का विकास
- Maersk से MOU जिससे रिपेयर क्षमता बढ़ेगी
दूसरी तरफ, कंपनी का रेवेन्यू 6.7% बढ़ा है, हालांकि प्रॉफिट में गिरावट देखी गई है।
Swan Defence
Swan Defence (पूर्व में Reliance Naval) निजी सेक्टर की सबसे बड़ी ड्राई डॉक सुविधा रखती है। यह बड़े जहाज एक साथ बना सकती है और कोस्ट गार्ड प्रोजेक्ट्स समय से पहले डिलीवर कर चुकी है।
स्टॉक ने पिछले 5 सालों में 34,000% का हैरान करने वाला रिटर्न दिया है।
एक पैराग्राफ में बुलेट पॉइंट्स:
- देश का सबसे बड़ा निजी ड्राई डॉक
- बड़े जहाज एक साथ बनाने की क्षमता
- ऑर्डर बुक विस्तार की तैयारी
- रिपेयर और लाइफ एक्सटेंशन मार्केट में बड़े अवसर
Top 3 Defence Shipbuilding Companies
| कंपनी | 5 साल का रिटर्न | वर्तमान ऑर्डर बुक | प्रमुख क्षमता |
|---|---|---|---|
| GRSE | 1393% | ₹202 बिलियन (टारगेट ₹500B) | छोटे वॉरशिप और कोस्ट गार्ड वेसल्स |
| Cochin Shipyard | 908% | ₹211 बिलियन | Aircraft Carrier और बड़े जहाज |
| Swan Defence | 34,000% | डेटा उपलब्ध नहीं | सबसे बड़ा ड्राई डॉक, निजी क्षेत्र |
Defence Sector Investment Plan
GRSE और Cochin Shipyard दोनों अपनी Median PE Ratio से ऊपर ट्रेड हो रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि बाजार इनसे भविष्य में बड़ी ग्रोथ की उम्मीद कर रहा है। Swan Defence अभी नई वैल्यूएशन स्टेज में है, लेकिन इसकी क्षमता और रिटर्न इसे बेहद हाई-रिस्क, हाई-रिवॉर्ड स्टॉक बनाती है।
Conclusion
भारत का Defence Sector आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया मिशन के चलते अगले दशक में कई गुना बढ़ सकता है। भारी ऑर्डर बुक, निर्यात के अवसर, वैश्विक साझेदारी और सरकारी समर्थन मिलकर शिपबिल्डिंग कंपनियों को बड़ा लाभ दे सकते हैं। Garden Reach, Cochin Shipyard और Swan Defence — ये तीनों कंपनियां भविष्य में “अगला मझगांव डॉक” बनने की सबसे बड़ी दावेदार हैं। निवेशकों के लिए अब असली फैसला यह है कि वे किस कंपनी की ऑर्डर बुक, क्षमता और वित्तीय स्थिरता पर भरोसा करते हैं।




